1800 जर्मन कंपनियां काम कर रही है भारत में- जर्मन कंपनियां हैं ऑडी, बीएमडब्ल्यू , फोल्क्सवागन और,पोर्शे कार

1800 जर्मन कंपनियां काम कर रही है भारत में- जर्मन कंपनियां हैं ऑडी, बीएमडब्ल्यू , फोल्क्सवागन और,पोर्शे कार

1800 जर्मन कंपनियां काम कर रही है भारत में- जर्मन कंपनियां हैं ऑडी, बीएमडब्ल्यू , फोल्क्सवागन और,पोर्शे कार

1800 जर्मन कंपनियां काम कर रही है भारत में- जर्मन कंपनियां हैं ऑडी, बीएमडब्ल्यू , फोल्क्सवागन और,पोर्शे कार

जर्मन भाषा को जानने वालों के लिए बढ़े सुनहरे कॅरिअर के अवसर भाषा दक्षता और अनुभव से मिलता है अच्छा पैकेज


जयपुर.

भारत में इस समय लगभग 1800 जर्मन कंपनियां काम कर रही है। कोरपोरेट सेक्टर की यह कंपनियां भारत में तेजी से आगे बढ़ रही है। इतनी जर्मन कंपनियों के भारत में काम करने से जर्मन भाषा जानने वालों को काफी लाभ हुआ है। जर्मन भाषा जानने वालों ने करिअर में काफी तरक्की की है। जर्मन भाषा को जानने वालों के लिए सुनहरे करिअर के अवसर लगातार बढ़ रहे है। इस समय यह स्थिति है कि जर्मन भाषा को जानने वाले को हाथोहाथ रोजगार मिल जाता है। जर्मन भाषा जानने वाला शायद ही कोई बेरोजगार होगा। 
भारत में काम कर रही जर्मन कंपनियां भारत  को विश्व व्यापार और निर्माण केंद्र के प्रमुख केंद्र बनाने के रूप में काम कर रही है। जर्मनी यूरोप में भारत का सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर है। यूरोप का सबसे ताकतवर देश होने के कारण जर्मनी का यूरोप में खासा प्रभाव है। इसका लाभ जर्मन भाषा जानने वालों को आसानी से मिलता है। 
जर्मन कंपनियां हैं ऑडी, बीएमडब्ल्यू , फोल्क्सवागन और,पोर्शे कार

ऑडी और बीएमडब्ल्यू जैसी कार निर्माता कंपनियां जर्मनी की ही है। यह कारें पूरी दुनिया में बिकती है। यही नहीं प्रसिद्ध पोर्शे कार भी जर्मनी की है। इसके साथ ही फोलक्सवागन, बॉश, डॉयचे बैंक आदि भी जर्मनी के ही है और इनकी शाखाएं पूरे विश्व में है। इन कंपनियों का भारत में कारोबार लगातार बढ़ता जा रहा है। इस कारण इन कंपनियों को जर्मन जानने वाले युवाओं की आवश्यकता बनी रहती है।
 
शोध एवं विकास केंद्र

भारत में कार्य कर रही 1800 जर्मन कंपनियों में बहुत सी कंपनियां भारत को प्रमुख निवेश ही नहीं बल्कि शोध एवं विकास केंद्र के रूप में भी विकसित कर रही है। ऑटो, बैकिंग कंपनियों के साथ साथ आईटी और सस्टेनेबल डवलपमेंट के क्षेत्र में भी जर्मन कंपनियां आगे बढ़ रही है। इसके साथ ही कई और जर्मन कंपनियां भारत में आने की तैयारी कर रही है। जर्मनी का भारत में निवेश लगातार बढ़ रहा है। जर्मनी विदेशी निवेश का बड़ा स्त्रोत है। इसके लिए जर्मन ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट (जीटीएआई) का गठन किया हुआ है। यह संगठन जर्मन कंपनियों को भारत में निवेश कार्य में सहायता करता है। जर्मन कंपनियां भारत को मुख्य केंद्र के रूप में काम ले रही है। 

बना सकते है ग्लोबल कॅरिअर

ताकतवर देश होने के कारण जर्मनी का यूरोप ही नहीं बल्कि दुनिया में भी खासा प्रभाव है। इसलिए जर्मन भाषा में दक्षता हासिल करने से ग्लोबल करिअर बनाया जा सकता है। जर्मनी की कंपनियां पूरे देश भर में काम करती है। इसलिए ग्लोबल करिअर बनाने के इच्छुक युवा जर्मन सीख कर अपने सुनहरे कॅरिअर की शुरूआत कर सकते है। 

-देवकरण सैनी
-करिअर काउंसलर, जर्मन भाषा प्रशिक्षक एवं निदेशक ई लैंग्वेज स्टूडियो(जर्मन स्पीकर्स क्लब),भारत। संपर्क-
मोबाइल-91-7597559400.
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